दिल दा मामला है
सुना है दिल समुद्र से भी गहरा होता है
फिर क्यूं नहीं समाता इसमें कोई तेरे सिवा।
कोशिश तो की थी,,,,,
दिल को दायरे में रखने की!
मगर ये तो इश्क़ है,,,,,
हदें कहाँ जानता है !!
चाहत तो बहुत है तुमसे
पर कैसे तुम्हें बताएं हम
मेरे सीने में दिल है तुम्हारा
कैसे तुम्हें दिखाएं हम
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